जिस तरह जब एलीशा के सेवक की आंखें खुल गई थीं, तब उसने ठीक से न्याय किया,
उसी तरह इस युग में हमें भी तीसरे आयाम की आंखें नहीं, आत्मिक आंखें रखने की जरूरत है।
तरल तापमान में धीरे-धीरे बढ़ता है और अंततः सौ डिग्री तक पहुंचने पर गैस में बदल जाता है।
उसी तरह, जब हम एक-दूसरे की मदद करते हैं और एक हो जाते हैं, तो हमें अंत में अच्छा फल मिलेगा।
जब हम आत्मिक दुनिया का एहसास करते हैं और खुली आंखों से देखते हैं,
तो हम महसूस कर सकते हैं कि पिता आन सांग होंग और स्वर्गीय माता के साथ-साथ
हजारों-हजारों स्वर्गदूत भी हमारे साथ हैं। इसलिए, हम आभारी होते हैं
और किसी भी परिस्थिति और कठिनाइयों में नहीं डरते।
यहोवा के डरवैयों के चारों ओर
उसका दूत छावनी किए हुए उनको बचाता है।
भजन संहिता 34:7
क्योंकि वह अपने दूतों को तेरे निमित्त आज्ञा देगा,
कि जहां कहीं तू जाए वे तेरी रक्षा करें।
भजन संहिता 91:11
119 बुनडांग-गु, संगनाम-सी, ग्योंगी-डो, कोरिया
फोन 031-738-5999 फैक्स 031-738-5998
प्रधान कार्यलाय: 50, Sunae-ro (Sunae-dong), Bundang-gu, Seongnam-si, Gyeonggi-do, Rep. Korea
मुख्य चर्च: 35, Pangyoyeok-ro (526, Baeghyeon-dong), Bundang-gu, Seongnam-si, Gyeonggi-do, Rep. Korea
ⓒ चर्च ऑफ गॉड वर्ल्ड मिशन सोसाइटी। सर्वाधिकार सुरक्षित। व्यक्तिगत जानकारी का उपयोग करने की नीति